जयपुर मे #शांतिप्रिय_कौम ने #तांडव मचाया.....
चालान काटने पर कौम ए शहादत भड़क गयी....
आधे घंटे मे दस थाना क्षेत्रों मे तलवारे सरिये गंडासे लेकर हजारों की संख्या मे शांतिदूतो ने वाहनो को तोड़कर, आगजनी कर भाईचारा की मिसाल कायम की......
जिनके आगे पुलिस ,प्रशासन बेबस नजर आया.... पुलिस भागती नजर आई ।
रामगंज पुलिस थाने को आग के हवाले कर दिया , अभी भी दस थानो मे कर्फ्यू....
एक पुलिसकर्मी की मौत, दस जख्मी जिसमे दो की हालत गंभीर...
फिलहाल इंटरनेट सेवा बंद.......
यह तो शांतिदूतो का रिहर्सल है वो हमारी ताकत को चेक रहे है । ठीक इसी तरह पिछले वर्ष बंगाल के मालदा मे पुलिस चौकी हमला किया गया और वहा भी शॉतिदुतो ने पुरी पुलिस चौकी को आग हवाले कर दिया । अब सवाल यह है कि जब पुलिस स्वयं की रक्षा नही कर पा रही है तो "Direct Action Day " की स्थिति मे हमारी रक्षा कौन करेगा ? उनका मिशन क्लियर है- गजवा ए हिंद । हमारा मिशन क्या है ? सेखुलरिज्म
दंगो मे जब तक आर्मी पंहुचेगी तब तक लाशो को ढेर लग चुका होगा। सब जलकर राख हो चुका होगा ।
हमारे पास कुत्ते को हांकने की लकड़ी तक मिलती हथियार तो दूर की बात है।।
दंगो मे हमारी रक्षा यह महंगा मोबाइल नही कर पाएगा ।
हमारे देवी देवता भी शस्त्रों अस्रो से सुशोभित है। हम क्यों शस्त्र विहीन है ? सोचिएगा ......
उठो पार्थ !!!
गांडीव पर प्रत्युंषा चढ़ाओ
सुदर्शन धारण करो।
महाभारत अवश्यंभावी है।
यहॉ एक बात और कहना चाहुगा देश मे हिन्दु संगठन से जुड़े नौजवान कि कमी नही है पर हर नौजवान के पास आत्मरक्षा के लिए तलवार भी नही है ।
चालान काटने पर कौम ए शहादत भड़क गयी....
आधे घंटे मे दस थाना क्षेत्रों मे तलवारे सरिये गंडासे लेकर हजारों की संख्या मे शांतिदूतो ने वाहनो को तोड़कर, आगजनी कर भाईचारा की मिसाल कायम की......
जिनके आगे पुलिस ,प्रशासन बेबस नजर आया.... पुलिस भागती नजर आई ।
रामगंज पुलिस थाने को आग के हवाले कर दिया , अभी भी दस थानो मे कर्फ्यू....
एक पुलिसकर्मी की मौत, दस जख्मी जिसमे दो की हालत गंभीर...
फिलहाल इंटरनेट सेवा बंद.......
यह तो शांतिदूतो का रिहर्सल है वो हमारी ताकत को चेक रहे है । ठीक इसी तरह पिछले वर्ष बंगाल के मालदा मे पुलिस चौकी हमला किया गया और वहा भी शॉतिदुतो ने पुरी पुलिस चौकी को आग हवाले कर दिया । अब सवाल यह है कि जब पुलिस स्वयं की रक्षा नही कर पा रही है तो "Direct Action Day " की स्थिति मे हमारी रक्षा कौन करेगा ? उनका मिशन क्लियर है- गजवा ए हिंद । हमारा मिशन क्या है ? सेखुलरिज्म
दंगो मे जब तक आर्मी पंहुचेगी तब तक लाशो को ढेर लग चुका होगा। सब जलकर राख हो चुका होगा ।
हमारे पास कुत्ते को हांकने की लकड़ी तक मिलती हथियार तो दूर की बात है।।
दंगो मे हमारी रक्षा यह महंगा मोबाइल नही कर पाएगा ।
हमारे देवी देवता भी शस्त्रों अस्रो से सुशोभित है। हम क्यों शस्त्र विहीन है ? सोचिएगा ......
उठो पार्थ !!!
गांडीव पर प्रत्युंषा चढ़ाओ
सुदर्शन धारण करो।
महाभारत अवश्यंभावी है।
यहॉ एक बात और कहना चाहुगा देश मे हिन्दु संगठन से जुड़े नौजवान कि कमी नही है पर हर नौजवान के पास आत्मरक्षा के लिए तलवार भी नही है ।
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